मोक्ष कल्याणक – तीर्थंकर भगवन्तों के पाँच कल्याणक होते हैं ।उनमें से मोक्ष कल्याणक अंतिम कल्याणक है ।
ज्ञानावरण- दर्शनावरण आदि आठों कर्मों का नाश करके जब कोई महापुरुष सिद्धशिला पर पहुँच जाते हैं और वहाँ से कभी वापस संसार में नहीं आते हैं । इसी अवस्था का नाम है- मोक्ष कल्याणक ।