दिगम्बर जैन आगम ग्रंथों के अनुसार भगवान महावीर विहार प्रांत के कुंडलपुर नगर में नंद्यावर्त महल में आज से २६१२ वर्ष पूर्व महाराजा सिद्धार्थ की महारानी त्रिशला के गर्भ से चैत्र कृष्णा तेरस को जन्मे थे। वह कुंडलपुर वर्तमान में नालंदा ज़िले में अवस्थित है ।वहाँ सन् २००२ में जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी अपने संघ के साथ पदविहार करके गईं और उनकी पावन प्रेरणा से कुंडलपुर में २६०० वर्ष प्राचीन नंद्यावर्त महल की प्रतिकृति का ( ७ मंज़िल ऊँचा ) निर्माण हुआ । जिसे बिहार सरकार का पर्यटन विभाग पर्यटकों के लिए ख़ूब प्रचारित कर रहा है । अतः वहाँ प्रतिदिन पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों का ताँता लगा रहता है ।