तप कल्याणक –तीर्थंकर भगवान को जब वैराग्य होता है , तब लौकान्तिक देव आकर उनके वैराग्य की प्रशंसा करते हैं और इन्द्र- देवगण आकर बड़े महोत्सव के साथ उनकी दीक्षा कल्याणक का महोत्सव करते हैं ।उसी अवस्था का नाम है- तप कल्याणक ।