ऋषभभगवान के पुत्र बाहुबली हुए बडा होने पर पोदनपुर का राज्य प्राप्त किया स्वाभिमानी होने पर भरत को नमस्कार न कर उनको जलए मल्ल व दृष्टि युद्ध में हटा दिया भरत ने क्रुद्ध होकर इन पर चक्र चला दिया, परन्तु उसका इन पर कुछ प्रभाव न हुआ इससे विरक्त हो इनने दीक्षा ले ली एक वर्ष का प्रतिमा योग धारण किया। एक वर्ष पश्चात् भरत ने आकर भक्तिपूर्वक इनकी पूजा की तभी उनको केवलज्ञान की प्राप्ति हो गयी अन्न में मुक्ति प्राप्त की।