चक्रवाल व्रत
Name of a vow to be observed with particular procedure at different Nakshatra days related to their respective lunar months. For eg. observing vow at the day of Chitra Nakshatra in the month of Chaitra.
प्रत्येक मास से सम्बंधित नक्षत्र में अयह व्रत ३ वर्ष ३ माह तक किया जाता है जैसे -चैत्रमास में चित्र नक्षत्र के दिन, वैशाख मास में विशाखा नक्षत्र के दिन व्रत करना . इस व्रत के एक -एक उपवास का लाख-लाख उपवास से भी अधिक फल होता है , इसकी पूरी विधि मराठी व्रत कथा संग्रह एवं आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी द्वारा लिखित व्रतविधिसुमानावली पुस्तक में देखें ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]