जंगम-प्रतिमा
Body of Digambar Jain saint which is symbolic form of Lord-Arihant.
दर्शन ज्ञान करके शुद्ध है आचरण जिन्का ऐसे वीतराग निर्ग्रन्थ साधु की देह उसकी आत्मा से पर होने के कारण जिनमार्ग में जंगम प्रतिमा कही जाती है अथवा ऐसे साधुओं के लिए अपनी और अन्य जीवों की देह जंगम पेरातिमा है , समवशरण मण्डित अर्हंत भगवान सो जंगम जिनप्रतिमा हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]