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जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर से, बात सुनी है!
June 18, 2020
भजन
jambudweep
जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर से, बात सुनी है।
तर्ज—जंगल जंगल धूम मची है……
जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर से, बात सुनी है।
तीन लोक की रचना सुन्दर, वहाँ बनी है।-२
जम्बूद्वीप से पता चली है, बात सुनी है, बात सुनी है।
तीन लोक की रचना सुन्दर, वहाँ बनी है, वहाँ बनी है।।टेक.।।
ज्ञानमती, माताजी की, प्रेरणा मिली है।
इसीलिये, भक्तों में नव, चेतना खिली है।-२
मैंने टी.वी. के माध्यम से, बात सुनी है।
अरे, तीन लोक की रचना सुन्दर वहाँ बनी है।-२
तीन लोक की रचना सुन्दर, वहाँ बनी है, वहाँ बनी है।।१।।
अधोलोक में, नरक भयावह, देखो कितने।
पापकर्म, करने वाले, जाते हैं उनमें।।
मध्यलोक से मोक्षगमन की, बात सुनी है।
अरे, तीन लोक की रचना सुन्दर वहाँ बनी है।-२
तीन लोक की रचना सुन्दर, वहाँ बनी है, वहाँ बनी है।।२।।
ऊध्र्वलोक में, स्वर्ग देखकर, मन ललचाता।
पुण्यकर्म, करने से मानव, स्वर्ग में जाता।।
अर्धचन्द्रसम सिद्धशिला की, बात सुनी है।
अरे, तीन लोक की रचना सुन्दर वहाँ बनी है।-२
तीन लोक की रचना सुन्दर, वहाँ बनी है, वहाँ बनी है।।३।।
यूँ तो सिद्ध, शिला से वापस, कोई न आता।
शाश्वतकाल, वहीं आत्मा, सुख-शांती पाता।।
उस सुख की तुलना संसार में, कहीं नहीं है।
अरे, तीन लोक की रचना सुन्दर वहाँ बनी है।-२
तीन लोक की रचना सुन्दर, वहाँ बनी है, वहाँ बनी है।।४।।
कृत्रिम सिद्ध, शिला का भाव से, दर्शन करना।
सदा हृदय में, सिद्ध प्रभू का, सुमिरन करना।।
यही ‘चंदनामती’ आज, भावना बनी है।
अरे, तीन लोक की रचना सुन्दर वहाँ बनी है।-२
तीन लोक की रचना सुन्दर, वहाँ बनी है, वहाँ बनी है।।५।।
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