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तीस चौबीसी व्रत!
July 9, 2017
जैन व्रत
jambudweep
तीस चौबीसी व्रत विधि
व्रत की विधि—
मध्यलोक में ढाई द्वीप तक पाँच भरत एवं पाँच ऐरावत क्षेत्र हैं। जंबूद्वीप में एक भरत, एक ऐरावत ऐसे दो क्षेत्र हैं। धातकी खंड में पूर्वधातकी खंड में एक-एक भरत, ऐरावत एवं पश्चिम धातकीखंड में एक भरत, एक ऐरावत ऐसे दो भरत और दो ऐरावत क्षेत्र हैं। इसी प्रकार पूर्वपुष्करार्ध द्वीप में भी पूर्व पुष्करार्ध में एक भरत, एक ऐरावत और पश्चिमपुष्करार्ध द्वीप में भी एक भरत, एक ऐरावत ऐसे दो भरत और दो ऐरावत क्षेत्र हैं। इन पाँचों भरत एवं पाँचों ऐरावत क्षेत्रों के आर्यखंडों में षट्काल परिवर्तन होता रहता है। इनमें चतुर्थ काल में चौबीस-चौबीस तीर्थंकर होते रहते हैंं। इस प्रकार यद्यपि भूतकाल की अपेक्षा अनंत चौबीसी हो चुकी हैं और भविष्यत् काल मेें भी अनंत चौबीसी होवेंगी, फिर भी एक-एक भूतकालीन एक-एक वर्तमानकालीन और एक-एक भविष्यत्कालीन के ऐसे पाँच भरत, पाँच ऐरावत के त्रिकाल संबंधी तीस चौबीसी तीर्थंकर भगवंतों के नाम ग्रंथों में मिलते हैं। इन चौबीसी के तीर्थंकरों के मंत्रों को जपते हुये ‘‘तीस चौबीसी व्रत’’ करने की परम्परा चली आ रही है। चारित्र चक्रवर्ती प्रथमाचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज ने तथा और भी अनेक मुनि, आर्यिकाओं एवं श्रावक-श्राविकाओं ने यह व्रत किया है और कर रहे हैं। इन व्रतों में उत्कृष्ट विधि उपवास, मध्यम अल्पाहार और जघन्य एकाशन है। इसमें तिथियों का कोई नियम नहीं है। व्रत के दिन पंचामृत अभिषेक करके तीस चौबीसी की समुच्चय पूजा करें। ७२० भगवंतों के नाम या मंत्र पढ़ें। उद्यापन में जिनप्रतिमा विराजमान करके तीस ग्रंथों का दान आदि करके व्रत पूर्ण करें एवं तीस चौबीसी विधान करके सम्मेदशिखर या अहिच्छत्र तीर्थ पर जाकर तीस चौबीसी भगवंतों का दर्शन-पूजन आदि संपन्न करें।
समुच्चय मंत्र—ॐ ह्रीं श्री त्रिंशच्चतुर्विंशति—तीर्थंकरेभ्यो नम:। प्रत्येक व्रत के पृथक्-पृथक् मंत्र निम्न प्रकार हैं— ==
(१) जम्बूद्वीपसंबंधी भरतक्षेत्र के भूतकालीन चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सागरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री महासाधुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री विमलप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री श्रीधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री सुदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री अमलप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उद्धरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री अंगिरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री सन्मतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री सिंधुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री कुसुमांजलिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री शिवगणनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री उत्साहनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री ज्ञानेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री परमेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री विमलेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री यशोधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री कृष्णमतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री ज्ञानमतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शुद्धमतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री भद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अतिक्रांतनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शांतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२) जम्बूद्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के वर्तमानकालीन चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री ऋषभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री अजितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री संभवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री अभिनंदननाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सुमतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री पद्मप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री सुपाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री चंद्रप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पुष्पदंतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री शीतलनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री श्रेयांसनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री वासुपूज्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री विमलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अनंतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री धर्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री शांतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री वुंâथुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री मुनिसुव्रतनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री नमिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री महावीर जिनेन्द्राय नम:। ==
(३) जम्बूद्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के भविष्यत्कालीन चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री महापद्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सुरदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सुपाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री स्वयंप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सर्वात्मभूतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री देवपुत्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री कुलपुत्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उदंकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री प्रोष्ठिलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री जयकीर्तिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री मुनिसुव्रतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री अरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री निष्पापनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री निष्कषायनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री विपुलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री निर्मलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री चित्रगुप्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री समाधिगुप्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री स्वयंभूनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री अनिवर्तकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री जयनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विमलनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री देवपालनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री अनंतवीर्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(४) जम्बूद्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के भूतकालीन चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री पंचरूपनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री जिनधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सांप्रतिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री ऊर्जयंतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री आधिक्षायिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अभिनंदननाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री रत्नसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री रामेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री अनंगोज्झितनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री विन्यासनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अशेषनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुविधाननाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री प्रदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री कुमारनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सर्वशैलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री प्रभंजननाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सौभाग्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री व्रतविंदुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सिद्धकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री ज्ञानशरीरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री कल्पद्रुमनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री तीर्थफलेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री दिनकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री वीरप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(५) जम्बूद्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के वर्तमानकालीन चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री बालचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सुव्रतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अग्निसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री नंदिसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री श्रीदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री व्रतधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री सोमचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री धृतदीर्घनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री शतायुष्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री विवसितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री श्रेयोनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री विश्रुतजलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सिंहसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री उपशांतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री गुप्तशासननाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री अनंतवीर्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अभिधाननाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री मरुदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री श्रीधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शामवंâठनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री अग्निप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अग्निदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री वीरसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(६) जम्बूद्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के भविष्यत्कालीन चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री सिद्धार्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री विमलनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री जयघोषनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री नंदिसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री स्वर्गमंगलनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री वङ्कााधारीनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री धर्मध्वजनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री सिद्धसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री महासेननाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री रविमित्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सत्यसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री चंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री महीचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री श्रुतांजननाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री देवसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुव्रतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री जिनेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सुपाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री सुकौशलनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री अनंतनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विमलनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अमृतसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री अग्निदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(७) पूर्वधातकीखंड संबंधी भरतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री रत्नप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री अमितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री संभवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री अकलंकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री चंद्रस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री शुभंकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री तत्त्वनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री सुंंदरस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पुरंधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री स्वामिदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री देवदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री वासवदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री श्रेयोनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री विश्वरूपनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री तपस्तेजोनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री श्रीपतिबोधदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सिद्धार्थदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री संयमनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री विमलनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री देवेन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री प्रवरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विश्वसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री मेघनंदिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री त्रिजेतृकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(८) पूर्वधातकीखंड संबंधी भरतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री युगादिदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सिद्धांतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री महेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री परमार्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री समुद्धरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री भूधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री उद्योतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री आर्जवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री अभयनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री अप्रकंपनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री पद्मनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री पद्मनंदिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री प्रियंकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री सुकृतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री भद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मुनिचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री पंचमुष्टिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री त्रिमुष्टिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री गाांqगकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री गणनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सर्वांगदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री इंद्रदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री नायकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(९) पूर्वधातकीखंड संबंधी भरतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री श्रीसिद्धार्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सम्यग्गुणनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री जिनेन्द्रदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री संपन्ननाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सर्वस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री मुनिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री विशिष्टदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अमरनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मशांतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री पर्वनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अकामुकदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री ध्याननाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री श्रीकल्पनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री संवरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री स्वास्थ्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री आनंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री रविप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री चंद्रप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सुनंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री सुकर्णदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सुकर्मदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री अममदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शाश्वतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१०) पूर्वधातकीखंड संबंधी ऐरावतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री वङ्कास्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री उदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सूर्यस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री पुरुषोत्तमनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री शरणस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अवबोधनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री विक्रमनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री निर्घंटिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री हरीन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री परित्रेरितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणसूरिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री धर्महेतुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री चतुर्मुखनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री सुकृतेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री श्रुताम्बुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विमलार्वâनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री देवप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री धरणेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सुतीर्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री उदयानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सर्वार्थदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री धार्मिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री क्षेत्रस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री हरिचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(११) पूर्वधातकीखंड संबंधी ऐरावतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री अपश्चिमनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री पुष्पदंतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अर्हदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री चरित्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सिद्धानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री नंदगनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री पद्मकूपनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उदयनाभिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री रुकमेंदुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री कृपालुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री प्रौष्ठिलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सिद्धेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री अमृतेंदुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री स्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री भुवनलिंगनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री सर्वरथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री मेघनंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री नंदिकेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री हरिनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री अधिष्ठनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शांतिकदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नंदीस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री कुंदपाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री विरोचननाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१२) पूर्वधातकीखंड संबंधी ऐरावतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री प्रवरवीरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री विजयप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सत्पदनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री महामृगेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री चिंतामणिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अशोकिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री मृगेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उपवासिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पद्मचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री बोधकेंदुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री चिंताहिमनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री उत्साहिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री अपाशिवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री देवजलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री नारिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री अनघनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री नागेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री नीलोत्पलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अप्रवंâपनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री पुरोहितनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री भिंदकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री निर्वाचनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री विरोषिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१३) पश्चिमधातकीखंड संबंधी भरतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री वृषभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री प्रियमित्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री शांतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री सुमितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री आदिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अतिव्यक्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री कलासेननाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री कर्मजित्नाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री प्रबुद्धनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री प्रव्रजित्नाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री सुधर्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री तमोदीपनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री व्रजनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री बुद्धनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री प्रबंधदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री अतीतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री प्रमुखनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री पल्योपमनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अकोपनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री निष्ठितनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री मृगनाभिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री देवेन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पदस्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शिवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१४) पश्चिमधातकीखंड संबंधी भरतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री विश्वचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री कपिलनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री वृषभदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री प्रियतेजोनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री प्रशमनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री विषमाँगनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री चारित्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री प्रभादित्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री मुंजकेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री वीतवासनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री सुराधिपनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री दयानाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सहस्रभुजनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री जिनसिंहनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री रैवतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री बाहुस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री श्रीमालिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अयोगदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अयोगिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री कामरिपुनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री आरंभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री गर्भज्ञातिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री एकार्जितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१५) पश्चिमधातकीखंड संबंधी भरतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री रक्तकेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री चक्रहस्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री कृतनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री परमेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सुमूर्तिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिकांतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री निकेशिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री प्रशस्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री निराहारनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री अमूर्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री द्विजनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री श्रेयोगतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री अरुजनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री देवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री दयाधिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री पुष्पनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री नरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री प्रतिभूतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री नागेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ॐ ह्रीं श्री तपोधिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री दशानननाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री आरण्यकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री दशानीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री सात्विकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१६) पश्चिमधातकीखंड संबंधी ऐरावतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री सुमेरुनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री जिनकृतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्रीकैटभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री प्रशस्तदायकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री निर्दमननाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री कुलकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री वर्धमाननाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अमृतेंदुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री संख्यानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री कल्पकृतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री हरिनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री बाहुस्वानाथमि जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री भार्गवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री भद्रस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री पविपाणिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विपोषितनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मचारिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री असाक्षिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री चारित्रेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री पारिणामिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शाश्वतनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री निधिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री कौशिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री धर्मेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१७) पश्चिमधातकीखंड संबंधी ऐरावतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री साधितनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री जिनस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री स्तमितेन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री अत्यानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री पुष्पोत्फुल्लनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री मंडितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री प्रहतदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री मदनसिद्धनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री हसदिंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री चंद्रपाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अब्जबोधनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री जिनबल्लभनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सुविभूतिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री ककुद्भासनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सुवर्णनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री हरिवासकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री प्रियमित्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री धर्मदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री प्रियरतनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री नंदिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री अश्वानीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री पर्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री चित्रहृदयनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१८) पश्चिमधातकीखंड संबंधी ऐरावतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री रवीन्दुनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सौकुमारनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री पृथ्वीवान्नाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्रीकुलरत्ननाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री धर्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री सोमनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री वरुणनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अभिनंदननाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री सर्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री सुदृष्टिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री शिष्टनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुधन्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सोमचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री क्षेत्राधीशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सदंतिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री जयंतदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री तमोरिपुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री निर्मितदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री कृतपाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री बोधिलाभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री बहुनंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री सुदृष्टिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री कुंकुमनाभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री वक्षेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(१९) पूर्वपुष्करार्ध द्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री दमनेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री मूर्तस्वानाथ मिाqजनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री विरागस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री प्रलंबनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री पृथ्वीपतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री चारित्रनिधिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री अपराजितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री सुबोधकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री बुद्धीशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री वैतालिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री त्रिमुष्टिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री मुनिबोधनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री तीर्थस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री धर्मधीशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री धरणेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री प्रभवदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री अनादिदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अनादिप्रभुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सर्वतीर्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री निरुपमदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री कौमारिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विहारगृहनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री धरणीश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री विकासदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२०) पूर्वपुष्करार्ध द्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री जगन्नाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री प्रभासनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री स्वरस्वामीनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री भरतेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री दीर्घानननाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री विख्यातकीर्तिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री अवसानिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री प्रबोधनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री तपोनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री पावकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री त्रिपुरेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सौगतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री वासवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री मनोहरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री शुभकर्मईशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री इष्टसेवितनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री विमलेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री धर्मवासनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री प्रसादनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री प्रभामृगांकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री उज्झितकलंकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री स्फटिकप्रभनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री गजेन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री ध्यानजयनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२१) पूर्वपुष्करार्ध द्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री वसंतध्वजनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री त्रिजयंतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री त्रिस्तंभनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री परब्रह्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री अबालिशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री प्रवादिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री भूमानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री त्रिनयननाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री विद्वाननाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री परमात्मप्रसंगनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री भूमींद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री गोस्वामीनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री कल्याणप्रकाशितनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री मंडलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री महावसुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री उदयवाननाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री दिव्यज्योतिनाथ र्जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री प्रबोधेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अभयांकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री प्रमितनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री दिव्यस्फारकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री व्रतस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री निधाननाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री त्रिकर्मानाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२२) पूर्वपुष्करार्ध द्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री कृतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री उपविष्टनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री देवादित्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री आस्थााqनकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री प्रचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री वेषिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री त्रिभानुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री वङ्काांगनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री अविरोधीनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अपापनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री लोकोत्तरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री जलधिशेषनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री विद्योतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सुमेरुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विभावितनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री वत्सलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री जिनालयनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री तुषारनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री भुवनस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सुकायनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री देवाधिदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अकारिमनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री बिंबितनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२३) पूर्वपुष्करार्ध द्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री शंकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री अक्षवासनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री नग्ननाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री नग्नाधिपतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री नष्टपाखंडनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री स्वप्नवेदनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री तपोधननाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री पुष्पकेतुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री धार्मिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री चंद्रकेतुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अनुरक्तज्योतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री वीतरागनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री उद्योतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री तमोपेक्षनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री मधुनादनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मरुदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री दमनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री वृषभस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री शिलातननाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री विश्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री महेन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री तमोहरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मजनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२४) पूर्वपुष्करार्ध द्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री यशोधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सुकृतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अभयघोषनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री व्रतवासनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अतिराजनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री अश्वदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अर्जुननाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री तपश्चंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री शारीरिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री महेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुग्रीवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री दृढप्रहारनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अम्बरीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री दयातीतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री तुंबरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सर्वशीलनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री प्रतिजातनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री जितेन्द्रियनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री तपादित्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री रत्नाकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री देवेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री लांछननाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री सुप्रदेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२५) पश्चिमपुष्करार्ध द्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री पद्मचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री रत्नांगनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अयोगिकेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री सर्वार्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री ऋषिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री हरिभद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री गुणाधिपनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री पारत्रिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री मुनीन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री दीपकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री राजर्षिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री विशाखदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अनिंदितनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री रविस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री सोमदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री जयस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री मोेक्षनाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अग्रभासनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री धनु:संगनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री रोमांचकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री प्रसिद्धनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री जितेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२६) पश्चिमपुष्करार्ध द्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री सर्वांगस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री पद्माकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री प्रभाकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री बलनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री योगीश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री सूक्ष्मांगनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री व्रतचलातीतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री कलंबकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री परित्यागनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री निषेधिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री पापापहारिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अप्राशिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री जयचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मलाधारिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुसंयतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री मलयसिंधुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अक्षधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री देवधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री देवगणनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री आगमिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री विनीतनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री रतानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२७) पश्चिमपुष्करार्ध द्वीप संबंधी भरतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री प्रभावकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री विनतेंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सुभावकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री दिनकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री अगस्त्येजोनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री धनदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री पौरवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री जिनदत्तनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री मुनिसिंधुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री आस्तिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री भवानीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री नृपनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री नारायणनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री प्रशमौकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री भूपतिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुदृष्टिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री भवभीरुनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री नंदननाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री भार्गवनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सुवसुनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री परावशनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री वनवासीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री भरतेशनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२८) पश्चिमपुष्करार्ध द्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के अतीत चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री उपशांतनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री फाल्गुणनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री पूर्वासनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री सौधर्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री गौरिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री त्रिविक्रमनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री नरसिंहनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री मृगवसुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री सोमेश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री सुधासुरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अपापमल्लनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री विबाधनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री संधिकस्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री मान्धात्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री अश्वतेजोनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विद्याधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुलोचननाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री मौननिधिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री पुंडरीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री चित्रगणनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री मणिरिन्द्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री सर्वकालनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री भूरिश्रवणनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री पुण्यांगनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(२९) पश्चिमपुष्करार्ध द्वीपसंबंधी ऐरावतक्षेत्र के वर्तमान चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री गांगेयकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री नल्लवासवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री भीमनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री दयाधिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सुभद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री स्वामिनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री हनिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री नंदिघोषनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री रूपबीजनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री वङ्कानाथनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री संतोषनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुधर्मनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री फणीश्वरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री वीरचंद्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री मेधानिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री स्वच्छनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री कोपक्षयनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अकामनाथ जिनेन्द्राय नम:। ॐ ह्रीं श्री धर्मधामनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री सूक्तिसेननाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री क्षेमंकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री दयानाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री कीर्तिपनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शुभंकरनाथ जिनेन्द्राय नम:। ==
(३०) पश्चिमपुष्करार्ध द्वीप संबंधी ऐरावतक्षेत्र के भावी चौबीस तीर्थंकर== १. ॐ ह्रीं श्री अदोषिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री वृषभदेवनाथ जिनेन्द्राय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री विनयानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री मुनिभारतनाथ जिनेन्द्राय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री इंद्रकनाथ जिनेन्द्राय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री चंद्रकेतुनाथ जिनेन्द्राय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री ध्वजादित्यनाथ जिनेन्द्राय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री वसुबोधनाथ जिनेन्द्राय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिगतनाथ जिनेन्द्राय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री धर्मबोधनाथ जिनेन्द्राय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री देवांगनाथ जिनेन्द्राय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री मारीचिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सुजीवननाथ जिनेन्द्राय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री यशोधरनाथ जिनेन्द्राय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री गौतमनाथ जिनेन्द्राय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मुनिशुद्धिनाथ जिनेन्द्राय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री प्रबोधिकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री सदानीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री चारित्रनाथ जिनेन्द्राय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री शतानंदनाथ जिनेन्द्राय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री वेदार्थनाथ जिनेन्द्राय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री सुधानीकनाथ जिनेन्द्राय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री ज्योतिर्मुखनाथ जिनेन्द्राय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री सुरार्घनाथ जिनेन्द्राय नम:।
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