सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए सिर्फ अच्छा खाना ही पर्याप्त नहीं है। यह जानना भी महत्त्वपूर्ण है कि कब खाना है, क्या—क्या खाना है और कैसे खाना—पीना है। जानिए, सेहत के सूत्र— खानपान के प्रति सकारात्मक सोच और भोजन में रुचि एक स्वस्थ व्यक्ति की पहचान होती है। स्कूल या ऑफिस जाते हुए नाश्ता छोड़ देना या जल्दबाजी में आधा—अधूरा खाना, काम में इतना मशगूल होना कि खाने—पीने का ध्यान ही न रहे, अपनी मनपसंद चीजें खाकर ही पेट भर लेना—ये सभी आदतें हमें सेहत से दूर करती हैं और बीमारियों को न्योता देती हैं। स्वस्थ जीवनशैली के दस बुनियादी सूत्रों पर ध्यान दें— कैसे खाएँ ?—
खाना बैठकर ही खाएं । कौर को अच्छी तरह चबाएं। मुंह में चबाए गए कौर में लार मिलती है, जो पाचन में सहायक होती है। इससे पाचन सम्बन्धी विकार नहीं होते और भोजन से संतुष्टि भी मिलती है। क्या खाएँ ?— प्रतिदिन के भोजन में साबुत अनाज, मौसमी सब्जियाँ, तरकारी, दालें और फलियाँ तथा सलाद शामिल करें। समय—समय पर फल, दूध और दूध से बने पदार्थ भी लें । यदि आपको किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या है, तो आहार विशेषज्ञ से अपने लिए डाइट प्लान बनवाएं। कब, कितना खाएँ ?— सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का खाना, इन तीन मुख्य आहार को छोड़कर दिन में पांच छह बार खाएं। खाने के बीच लम्बा अंतराल होने या दिन में बस एक—दो बार ही खाने से उपापचय की दर कम हो जाती है, जिससे मोटापा बढ़ने लगता है। पेट को बचाएँ— आहार में साबुत अनाज, फलियां, हरी भाजियां, फल को शामिल करें। मौसमी फल ज्यादा खाएं। जिन फलों में सम्भव हो, उन्हें छिलके के साथ ही खाएं। इससे फाइबर मिलते हैं और कब्ज दूर रहती है। आयुर्वेद में कहा गया है कि रोग की शुरुआत पेट की खराबी से होती है। कैल्शियम लें— हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखने में तो कैल्शियम की भूमिका है ही, यह सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। सो, प्रतिदिन एक—दो गिलास दूध लें। दूध से बनी चीजें भी खा सकते हैं। राजमा, हरी पत्तेदार सब्जियाँ भी कैल्शियम का अच्छा स्रोत होती हैं। विटामिन—ए है अहम— रोजाना पपीता, टमाटर, धनियापत्ती, पालक आदि खाएं । दरअसल, विटामिन—ए घुलनशील है जब यह आहार के जरिए, ज्यादा मात्रा में मिलता है तो इसकी अतिरिक्त मात्रा यकृत यानी लीवर में संगृहीत हो जाती है। शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन—ए न मिलने पर लीवर में संगृहीत विटामिन काम आता है। जरूरी है लोहा— लौह तत्व से ही बनता है हीमोग्लोबिन, जो खून का अनिवार्य घटक है। आयरन के लिए आप अपने आहार में अंकुरित अनाज, हरी भाजियाँ, सोयाबीन, चीकू आदि शामिल करें। एक महत्त्वपूर्ण बात—इन चीजों के साथ विटामिन—सी से भरपूर खाद्य पदार्थ भी लें, ताकि शरीर आयरन का पूरा इस्तेमाल कर सके। पानी कैसे पिएं ?— खूब पानी पिएं, लेकिन सही तरीके से । सुबह उठकर खाली पेट १—२ गिलास पानी पिएं। कुछ खाने के तुरन्त पहले या तुरंत बाद बहुत अधिक पानी न पिएं। खाने के एक घंटे बाद ही पानी पिएं। भोजन के समय ज्यादा पानी पी लेने से पाचन में दिक्कत आती है।