तीर्थंकर जन्मभूमि
The 16 birth-places of 24 Tirthankars (Jaina-Lords)-(1) Ayodhya (U.P.) of Rishabhdev, Ajitnath, Abhinandannath, Sumatinath & Anantnath, (2) Shravasti (U.P.) of Sambhavanath, (3) Kaushambi (U.P.) of Padmaprabhunath, (4) Varanasi (U.P.) of Suparshvanath, Parshvanath (5) Chandrapuri (Varanasi) of Chandraprabhunath (6) Kakandi (U.P.) of Pushpadantnath (7) Bhadrikapuri (Bihar) of Sheetalnath (8) Sinhpuri (Varanasi) of Shreyansnath (9) Champapuri (Bihar) of Vasupujyanath (10) Kampilapuri (U.P.) of Vimalnath (11) Ratnapuri (U.P.) of Dharmanath (12) Hastinapur (U.P.) of Shantinath, Kunthunath & Arahnath (13) Mithilapuri of Mallinath & Naminath (14) Rajgrahi (Bihar) of Munisuvratnath (15) Shauripur (Bateshvar-U.P.) of Neminath (16) Kundalpur (Nalanda-Bihar) of Lord Mahavira. सैद्धान्तिक नियमानुसार भरतदेश के समस्त तीर्थंकर अयोध्या में ही जन्म लेते हैं इसलिए उसे शाश्रवत तीर्थ कहा जाता है किन्तु हुण्डावसर्पिणी काल दोष के निमित्त से इस युग के चैबीसों तीर्थंकर अलग-अलग स्थानों पर जन्में हैं अंतः 24 भगवंतों की 16 जनमभूमियाँ हैं । 1. अयोध्या (फैजाबाद, उ.प्र.)- ऋषभदेव, अजितनाथ, अभिनंदननाथ सुमतिनाथ, अनंतनाथ, 2. श्रावस्ती (बहराइच-उ.प्र.) – संभवनाथ, 3. कौशाम्बी (उ.प्र.) पद्मप्रभुनाथ , 4. वाराणसी (उ.प्र.1- सुपाश्रर्वनाथ , , पाश्रर्वनाथ, 5. चन्दपुरी (वाराणसी ) – चन्द्रप्रभुनाथ, 6. काकन्दी (उ0प्र01- पुष्पदंतनाथ, 7. भद्रिकापुरी (बिहार)-शीतलनाथ , 8 सिंहपुरी (भागलपुर, बिहार)- वासुपूज्यनाथ, 10. कम्पिलपुरी (फर्रूखाबाद)- विमलनाथ, 11. रत्नपुरी (फैजाबाद, उ0प्र0) धर्मनाथ , 12 हस्तिनापुर (मेरठ, उ0.प्र.) शांतिनाथ, कुंथुनाथ, अरनाथ, 13 मिथिलापुरी मल्लिनाथ , नमिनाथ, 14 राजगृही (नालंदा-बिहार )- मुनिसुव्रतनाथ , 15 शौरीपुर (बटेश्रवर – उ.प्र. ) नेमिनाथ, 16 कुण्डलपुर (नालंदा-बिहार) – महाबीर स्वामी। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]