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ऋषभदेव के समवसरण का
June 16, 2020
भजन
jambudweep
ऋषभदेव के समवसरण का अतिशय कैसा छाया।
तर्ज-माई रे माई…
ऋषभदेव के समवसरण का अतिशय कैसा छाया।
ज्ञानमती माता ने विश्व में, धर्म का अलख जगाया।
बोलो जय जय जय………….
आज विश्व को ऋषभदेव का है सन्देश सुनाना।
प्राणिमात्र को जैनधर्म का हितकर मार्ग बताना।।
जिओ और जीने दो सबको, प्रभु ने यही सिखाया।
ज्ञानमती माता ने विश्व में, धर्म का अलख जगाया।
बोलो जय जय जय………..।।१।।
आज नहीं साक्षात् प्रभू का समवसरण बनता है।
फिर भी कृत्रिम समवसरण में प्रभु दर्शन मिलता है।।
दर्शन करके श्री जिनवर का, नर तन सफल बनाया।
ज्ञानमती माता ने विश्व में, धर्म का अलख जगाया।
बोलो जय जय जय………..।।२।।
‘‘जैन’’ मात्र इक धर्म है इसको सम्प्रदाय मत समझो।
इसका लक्ष्य जितेन्द्रियता का पाठ पढ़ाना समझो।।
यह पावन संदेश ‘चन्दनामती’, सभी ने पाया।
ज्ञानमती माता ने विश्व में, धर्म का अलख जगाया।
बोलो जय जय जय………..।।३।।
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