त्रिकरण Three types of pure attitudes of soul involved in penance. जीव के तीन प्रकार के विशुद्ध परिणाम, अधःप्रवृत्तकरण, अपूर्वकरण, अनिवृत्तिकरण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]