Jambudweep - 7599289809
encyclopediaofjainism@gmail.com
About Us
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
Search
विशेष आलेख
पूजायें
जैन तीर्थ
अयोध्या
चलो बुलावा आया है!
June 16, 2020
भजन
jambudweep
चलो बुलावा आया है
चलो बुलावा आया है, पारसनाथ ने बुलाया है, अहिच्छत्र में पार्श्वनाथ का, अतिशय छाया है।। चलो.।।टेक.।।
प्रेम से बोलो जय पारस की, सब मिल बोलो जय पारस की।। चलो.।।
तप में लीन पार्श्व प्रभु पर जब कमठ ने आ उपसर्ग किया।
पद्मावति धरणेन्द्र ने आ उपसर्ग दूर कर भक्ति किया।।
वही तीर्थ अहिच्छत्र नाम से ग्रंथों में पाया है।। चलो…….।।१।।
उसी जगह भूगर्भ से इक, प्रभु पार्श्व की प्रतिमा निकल पड़ी।
उन तिखाल वाले बाबा की, जय जय जनता बोल पड़ी।।
चमत्कार अब अहिच्छत्र का, जग में छाया है।। चलो…….।।२।।
एक हजार साल का उत्सव, उनका सबने मनाया है।
ज्ञानमती माताजी के संग, अहिच्छत्र चमकाया है।।
चलो ‘‘चन्दनामती’’ प्रभू का अतिशय छाया है।। चलो…….।।३।।
Previous post
शाश्वत है तीरथ मेरा, सम्मेदगिरि नाम है!
Next post
मनुज प्रकृति से शाकाहारी!
error:
Content is protected !!