रेकी का अर्थ है ‘सर्वव्यापी जीवनशैली’ रेकी यह एक जापानी शब्द है। रेकी यह एक प्राकृतिक उपचार पद्धति है, इस युग में रेकी का शोध डॉ. मिकाओ उसुई ने जगाया पर यह बलेम प्राचीन पद्धति है। रेकी कोई धर्म नहीं, रेकी कोई पक्ष नहीं, रेकी का तंत्र—मंत्र के साथ किसी भी प्रकार का सम्बन्ध नहीं, राक्षसी विद्या या मैली विद्या के साथ सम्बन्ध नहीं, हिजॉरिजम (सम्मोहन) के साथ कोई सम्बन्ध नहीं। रेकी अत्यन्त सरल है। रेकी केवल लाभकारी शक्ति है इससे किसी भी प्रकार की हानि या रिएक्शन नहीं होता। रेकी किसी भी उम्र का व्यक्ति स्त्री हो या पुरुष, बालक हो या बालिका कम पढ़ा—लिखा हो या अधिक, सीख सकता है। रेकी उपचार से शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक स्तर पर सुख, शान्ति और समृद्धि प्राप्त होती है। रेकी की विशेषता यह है कि इसमें किसी बाह्य उपकरण की आवश्यकता नहीं होती, रेकी यानि हाथों के स्पर्श से शारीरिक एवं मानसिक स्तर पर बना असंतुलन दूर करने का सरल मार्ग” रेकी का नित्य उपयोग करने से तनाव, निराशा, दिल डूबना, उदासीनता इन बातों से मुक्ति मिलती है । रेकी करते वक्त हम अगर पूरे समय णमोकार मंत्र का जाप करते हैं या हमारे आराध्य भगवान का जाप करते हैं तो मिलने वाले परिणाम बहुत ही अच्छे होते हैं। हम अगर यह समझें कि भगवान के शरीर से निकलती हुई ऊर्जा से हम इलाज कर रहे हैं तो बहुत ही बढ़िया परिणाम मिलते हैं । हम जब तीर्थकर भगवान का या णमोकार मंत्र या हमारे गुरुवर का जाप करते हुए रेकी करते हैं तो हमारे दैनिक जिन्दगी में ताण—तनाव कम होते हैं, व्यवसाय में वृद्धि होती है, मन को एकाग्र कर सकते हैं। रेकी का बच्चों की पढ़ाई एवं बर्ताव पर बहुत असर होता है। रेकी से घर, वाहन, व्यक्ति को सुरक्षा दी जा सकती है। रेकी से खाना, दवाईयाँ आदि को अभिमंत्रित कर सकते हैं और इन वस्तुओं से अधिक काम मिल सकता है। रेकी उपचार से हर बीमारी दूर हो सकती है परन्तु दीर्घ समय से व्याधि रहने पर रेकी का असर दिखने में वक्त लगता है। रेकी से पहले या दूसरे स्टेज का कैन्सर भी अच्छा हो सकता है। रेकी से व्यावसायिक और आर्थिक यश भी प्राप्त किया जा सकता है। रेकी करने के साथ कष्ट करना भी जरूरी है, रेकी द्वारा एक विशिष्ट दिशा स्पष्ट की जा सकती है। रेकी केवल सद्हेतु के लिए ही कार्य करती है। रेकी सभी मुसीबतें टाल नहीं देती पर उनमें से बाहर आने के लिए मार्गदर्शन करती है। जैसे दुनिया में सभी चित्रों का महत्त्व जानने की अपेक्षा अनुभव करने से होता है, रेकी के साथ भी वैसा ही है।