(A) # सुपारी जैसे मानव— जो अंदर से कठोर और बाहर से भी कठोर होते हैं।
# बेर जैसे मानव— जो ऊपर से नरम और अंदर से कठोर हैं।
# बादाम जैसे— जो ऊपर से कठोर है किन्तु अंदर से नरम हैं।
# अंगूर जैसे— जो अंदर से भी नरम है और बाहर से भी नरम हैं।
(B) # सामान्य श्रावक — पाक्षिक श्रावक हैं।
# विशेष मानव — अणुव्रती श्रावक है।
# तेरा है सो तेरा है, मेरा है सो मेरा यदि वक्त पड़े तो मेरा भी तेरा की मान्यता वाले ।
# ना मेरा है ना तेरा है, जग चिड़िया रैन बसेरा है।