१. भरतक्षेत्र के आर्य खण्ड का एक देश |
२. भगवान ऋषभदेव की रानियों के भ्राता | आज से करोड़ो वर्ष पूर्व भगवान ऋषभदेव ने अयोध्या नगरी में जन्म लेकर भोगभूमि कलाओं का सूत्रपात किया | राजनीति आदि शासन व्यवस्था बताई | उसी समय इन्द्र के द्वारा पिता नाभिराय की आज्ञा से कच्छ एवं महाकच्छ राजा की बहनों यशस्वती एवं सुनन्दा से उनका विवाह संपन्न हुआ | जब भागवान ऋषभदेव ने इन्द्र को विदेह क्षेत्र के समान पुर , नगर, ग्राम आदि की रचना का आदेश दिया उस समय कच्छ महाकच्छ आदि इन प्रमुख राजाओं का सत्कार कर उन्हें ‘अधिराज’ के पद पर स्थापित किया |
जब भगवान ऋषभदेव ने दीक्षा ली तब इन राजाओं ने भी उनके साथ दिगम्बर दीक्षा ले ली | भगवान के ध्यानवस्था में आ जाने पर राजा भूख प्यास की बाधा न सह सकने से मार्ग से च्युत हो गये पुनः जब भगवान को केवलज्ञान की प्राप्ति हुई तब वे उनके समवसरण में पुन: दीक्षा ले दिगम्बर मुनि बने और घोर तपश्चरण कर मोक्ष प्राप्त किया |