१. कपिल एक ब्राह्मण था जो कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के समय में हुआ| जब भगवान राम वनवास को गये उस समय की राम के साथ सीता प्यास बुझाने हेतु लक्ष्मण इस कपिल ब्राह्मण के घर गये किंतु इन्हें अपने घर में आया देख अत्यन्त क्रोध किया और यद्वा – वद्वा कहा पुन: जब जंगल में ही श्रीराम का अतिशय देखा तो अपने पूर्वकृत्य के लिए से क्षमायाचना की | अन्त में इसने जैनेश्वरी दीक्षा ग्रहण कर ली |
२. सांख्य दर्शन के गुरु कपिल ऋषि हुए है |
३. वैदिक परम्परानुसार कपिल नामक मुनि हुए जिनके आश्रम में कामधेनु गाय थी जो प्रत्येक इच्छित वस्तु प्रदान करती थी |