तांगे का ही एक नाम इक्का है । यह लकड़ी से निर्मित यातायात का एक प्राचीन माध्यम है जिसके आगे घोड़ा जुता रहता है जो कि यात्री को उसकी मंजिल तक पहुंचाता है । आज भी भारत के सभी प्रांतो में तांगा इक्का चलते हैं ।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में इक्के का एक नाम –‘खड़खड़ा’ भी है ।