आगम के अनुसार गमनागमन, भाषण, भोजन आदि में सम्यक ‘‘इति समीचीन प्रवृत्ति ’’ करना समिति है । ये व्रतों की रक्षा करने में बाड़ के समान है ।
१ ईर्यासमिति
२ भाषा समिति
३ एषणा समिति
४ आदान निक्षेपण समिति
५ उत्सर्ग समिति
हरी घास, जीव जन्तु आदि से रहित, एकांत स्थान में मल मूत्रादि विसर्जित करना उत्सर्ग समिति है ।