जम्बूद्वीप स्थल पर यात्रियों के लिए उपलब्ध सुविधाएँ
यात्री सुविधा
हस्तिनापुर कैसे पहुँचे?
तीर्थंकर जन्मभूमि विकास
पूज्य माताजी की प्रेरणा से हस्तिनापुर का यह संस्थान ‘तीर्थंकर जन्मभूमि विकास समिति’ के माध्यम से 24 तीर्थंकर भगवन्तों की 16 जन्मभूमि तीर्थों के विकास का कार्य कर रहा है। वर्तमान में 9वें तीर्थंकर भगवान पुष्पदंतनाथ की जन्मभूमि काकंदी (निकट गोरखपुर- उ. प्र.) तथा अयोध्या में भगवान ऋषभदेव की वास्तविक जन्मभूमि प्रथम टोंक का विकासकार्य किया गया है। आगे भी तीर्थकर जन्मभूमियों के विकास हेतु समिति प्रयासरत है।
पीठाधीश भवन
उत्तर भारत में प्रथम बार जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर में पूज्य गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी द्वारा पीठाधीश पद की स्थापना की गई। जिसके प्रथम पीठाधीश क्षुल्लक श्री मोतीसागर जी महाराज द्वारा जम्बूद्वीप का अनुशासित संचालन किया जा रहा है। इस पीठ की स्थापना 2 अगस्त 1987 को हुई थी। इसीलिए जम्बूद्वीप स्थल पर पीठाधीश भवन का निर्माण हुआ है।
चक्रवर्ती भोजनालय
मनोरंजन के साधन
झाँकियाँ
जलपरियाँ
ऐरावत हाथी जिस पर बैठकर भक्तजन जम्बूद्वीप की परिक्रमा करते हैं |
नौका विहार से भक्तजन करते हैं जम्बूद्वीप की प्रदक्षिणा
झूले
रेल
प्रथमाचार्य श्री शांतिसागर प्रवचन हॉल
प्रथमाचार्य श्री शांतिसागर प्रवचन हॉल : – 1000 दर्शकों की बैठक क्षमता से युक्त विशाल ऑडिटोरियम