One who knows how to live in realistic, knows not only future but knows his past ages also.
जिसने यथार्थ के धरातल पर जीना सीख लिया, वह तो भूत—भविष्य ही नहीं, बल्कि अपने अगले—पिछले जन्मों को भी जान गया समझो।