| पूर्व का नाम | बाल ब्रह्मचारिणी कल्पना जी गुरहा (जैन) |
| पिता का नाम | स्व. श्री भागचंद जी गुरहा (जैन) |
| माता का नाम | श्रीमती प्रभाबाई जी जैन |
| भाई – बहिन के नाम | (१)श्रीमति सुमन (२)श्रीमती सुधा (३)अखिलेश (४) श्रीमती साधना (५) रजनी |
| जन्म के क्रम से | (६) आपका क्रम (७) श्रीमती मंजू |
| जन्म/ दिनांक/तिथि | २४-०१-१९७५ गुरुवार, माघ कृष्ण १० |
| दिन/स्थान/समय | वि.सं.२०३१ खुरई जिला-सागर (म.प्र.) |
| शिक्षा (लौकिक/धार्मिक) | एम.ए हिन्दी साहित्य |
| ब्रह्मचर्य व्रत | १८-१२-१९९६, श्री दिगम्बर जैन सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर, जिला – देवास (म.प्र.) |
| प्रतिमा (कब/कहाँ) | २ प्रतिमा गोम्मटगिरी इंदौर , (म.प्र.) |
| आर्यिका दीक्षा | १३-०२-२००६, सोमवार माघसुदी १५ वि.सं.२०६२ |
| दिनांक/दिन/तिथि/स्थान | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर जी, जिला दमोह (म.प्र.) |
| दीक्षा गुरु | आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज |
| वर्तमान मे संघस्थ | आर्यिका श्री १०५ आदर्शमति माता जी |
| विशेष | आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई | आर्यिका श्री १०५ निकलकमति जी आपकी गृहस्थ जीवन की चचेरी बहिन है, चचेरे भाई मुनि श्री १०८ निर्वाण सागर जी महाराज एवं भतीजे मुनि श्री १०८ निराकुल सागर जी है आप सभी एक ही गुरु से दीक्षित है | |
