Jambudweep - 7599289809
encyclopediaofjainism@gmail.com
About Us
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
  • विशेष आलेख
  • पूजायें
  • जैन तीर्थ
  • अयोध्या

क्षेत्रपाल देव की आरती!

September 28, 2020आरतीjambudweep
 
 
 

क्षेत्रपाल देव की आरती  

तर्ज—झुमका गिरा रे………….
 
आरति करो रे, श्री क्षेत्रपाल देवा की सब मिल आरति करो रे,
आरति करो, आरति करो, आरति करो रे।।श्री…।।टेक.।।
विजय वीर मणिभद्र कहाते, आभा तेरी न्यारी है,
अपराजित भैरव भी नाम हैं, कूकर वाहन धारी हैं।
आरति करो…………..
सम्यग्दृष्टी देवा की सब मिल आरति करो रे।।१।।
देव शास्त्र गुरू आयतनों की, रक्षा में तुम तत्पर हो,
भूत-प्रेत की बाधा हरते, सकल सौख्य के पूरक हो।।
आरति करो…………..
धन सुख सम्पति दाता, देवा की आरति करो रे।।२।।
परम कृपाला, दीनदयाला, तेरी आरति को आए,
इच्छा सारी पूरी होगी, आश इन्दु मन में लाए।
आरति करो………….. संकटहर्ता, मंगलकर्ता की आरति करो रे।।३।।

 

Tags: Aarti
Previous post कुण्डलपुर तीर्थ की आरती! Next post गणिनी ज्ञानमती माताजी की आरती-6

Related Articles

गणिनी ज्ञानमती माताजी की आरती-2

October 11, 2020jambudweep

चौबीस तीर्थंकर जन्मभूमि की आरती!

June 10, 2020jambudweep

सप्तऋषि भगवान की आरती!

June 11, 2020jambudweep
Privacy Policy