| पूर्व का नाम : | बाल ब्रह्मचारिणी अंजू दीदी |
| पिता का नाम : | श्री मुलायम चंद्र जी जैन |
| माता का नाम : | श्रीमती इन्द्राणी जी जैन |
| भाई – बहिन के नाम | (१)ब्र. विमल भैया (२)बा.ब्र. ममता दीदी (वर्तमान मे आर्यिका श्री ऊँकरमति माता जी )(३)बा. ब्र. सविता (वर्तमान मे आर्यिका श्री ) |
| जन्म के क्रम से : | अनुत्तरमति माता जी ) (४) आपका क्रम (५) विनोद (६) श्रीमती सुनीता (७) ऋषभ (८) बा. ब्र. मीना |
| जन्म/ दिनांक/तिथि | २९-१२-१९७४, रविवार, मार्गशीर्ष शुक्ल १५ वि.सं. |
| दिन/स्थान/समय : | २०३१ पिपरिया, जिला दमोह (म.प्र.) (बाद मे बंदाकपुर मे निवास ) |
| शिक्षा (लौकिक/धार्मिक) : | बारहवीं |
| ब्रह्मचर्य व्रत : | ०१-०१-१९९३, श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मढ़िया जी जबलपुर (म.प्र.) |
| प्रतिमा (कब/कहाँ) : | तीन प्रतिमा सन् २००४, बिलासपुर (छ.ग.) |
| आर्यिका दीक्षा | १३-०२-२००६, सोमवार माघसुदी १५ वि.सं.२०६२ |
| दिनांक/दिन/तिथि/स्थान : | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर जी, जिला दमोह (म.प्र.) |
| दीक्षा गुरु : | आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज |
| वर्तमान मे संघस्थ : | आर्यिका श्री १०५ अपूर्वमति माता जी |
| विशेष : | आपकी सीधी आर्यिका दीक्षा हुई | आ. श्री १०५ अनुत्तरमति जी आ. श्री १०५ ऊँकरमति जी एवं आ श्री १०५ अगाधमति माता जी आप तीनों गृहस्थ जीवन की बहिने है एवं आपके पिता श्री क्षु. अनुग्रह सागर जी है , आप सभी एक ही गुरु से दीक्षित है | |
