विन्ध्यपृष्ठेऽभिचन्द्रेण चेदिराष्टूमधिष्ठितम् ।
शुक्तिमत्यास्तटेऽ ध्यायि नाम्ना शुक्तिमती पुरी । ।
शुक्तिमती आधुनिक उड़ीसा के बलांगीर जिले में प्रवाहित शुकतेत्न नदी है ।वही पृष्ठ ३ महामेघवाहन कलिंग में चेदि राजवंश के प्रतिष्ठाता थे । फलस्वरूप कलिंग मगध से स्वतंत्र हुआ और उसके गौरवमय इतिहास में नये-नये अध्याय जुड़ते गए । खारवेल कलिंग में अपने वंश के तृतीय राजा थे । द्वितीय राजा अनुमानत: हाथी गुम्फा शिलालेख की आद्यपंक्ति में उल्लिखित चेतराज खारवेल के (छता हैं । पार्जिटर ने मध्यप्रदेश में बहने वाली केन नदी को शक्तिमती कहा है । राजा शिशुपाल चेदिवश का शासक था । उसकी राजधानी चन्देरी थी । खारवेल के पूर्वज भी मूलत: चन्देरी के आसपास स्थित चेदिदेश के ही वासी रहे होंगे ।