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रंग छलके ज्ञान गगरिया से रंग छलके!
June 15, 2020
भजन
jambudweep
रंग छलके ज्ञान
तर्ज—रंग बरसे भीगे चुनरवाली……
रंग छलके ज्ञान गगरिया से रंग छलके…… हो……
रंग छलके ज्ञान गगरिया से रंग छलके…… हो……।। टेक.।।
जग को होली का, रंग सुहाता-२।
तुमको सुहाती ज्ञान गंग, जगत तरसे रंग छलके…… हो……
जग को सुहाती, जयपुर की चुनरिया-२।
तुम्हें भाती चरित्र चुनरिया, जो मन हरषे रंग छलके…… हो……
जग को सुहाते, रत्नन के गहने-२।
तुम्हें भाते ज्ञान के गहने, रतन बरसे रंग छलके…… हो……
जग को सुहाती, विषयों की लाली-२।
तुमको सुहाती जिनवाणी, जगत झलके रंग छलके…… हो……
गणिनी माता, ज्ञानमती जी-२।
कहती हैं हितकर वाणी, सरल मन से रंग छलके…… हो……
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