पूर्व नाम : श्रीमती सावित्री जैन
ग्राम : सागर (म.प्र.)
पिता, माता : स्व. श्री नन्दुराम जी, स्व. तेजा बाई जैन
जन्म, शिक्षा : मैट्रिक
परिवार : पति-स्व. श्री पूरन चन्द जी जैन, भाई -2, बहन – 5, पुत्र- 3, पुत्री – 1
वैराग्य : साधु संतो का समागम एवं सदुपदेश
ब्रह्मचर्य व्रत : 1978, सागर (म.प्र.)
आर्यिका दीक्षाः 09.04.98, भिण्ड (म.प्र.)
नाम : आर्यिका विजयश्री माताजी
दीक्षा गुरु : प. पू. गणाचार्य श्री विरागसागर जी
गुरुमुख से अध्ययन : बाल विज्ञान भाग 1,2,3,4, रत्नकरण्ड श्रावकाचार, दशभक्ति- संग्रह, भगवती आराधना, इष्टोपदेश, स्वयंभूस्त्रोत नाममाला, द्रव्यसंग्रह, मूलाचार, समाधितंत्र, सर्वार्थसिद्धि, सर्वोदया टीका, परमात्म प्रकाश, पंचास्कििाय, छहढाला आदि।
रुचि : अध्ययन, मनन, चिन्तन
चातुर्मास : भिण्ड, भिण्ड, शिखरजी, गयाजी, सिलवानी, पाली, रजवास, वांदरी, सागर, खिमलासा, ललितपुर, ललितपुर, अशोक नगर, अजमेर, जयपुर, इन्दौर।