पूर्व नाम : कु. सुमन जैन
ग्राम: टीकमगढ़ (म. प्र. )
पिता, माता : स्व. श्री चुन्नीलाल जी, तुलसी बाई जैन जन्म, शिक्षा : 15-10-1972 / एम.एस.सी.,
एल.एल.बी. (प्रथम वर्ष)
परिवार : भाई-2, बहन – 2
वैराग्य : गुरु दर्शन, सदुपदेश, धार्मिक वातावरण
ब्रह्मचर्य व्रत : 8.11.1997, भिण्ड (म.प्र.)
आर्यिका दीक्षा: 09.04.98, भिण्ड (म.प्र.) (महा. जय.)
नाम : आर्यिका विदुषीश्री माताजी
दीक्षा गुरु : प.पू. गणाचार्य श्री विरागसागर जी
गुरुमुख से अध्ययन : बालविज्ञान भाग 1, 2, 3, 4, द्रव्यसंग्रह, रत्नकरण्डक श्रावकाचार, तत्त्वार्थसूत्र, जैनसिद्धान्त प्रवेशिका, इष्टोपदेश, समाधितंत्र, परीक्षामुख सूत्र, न्याय दीपिका, कातंत्ररुपमाला, मूलाचार, गोम्मटसार जीवकाण्ड, सर्वार्थसिद्धि, नियमसार, समयसार, प्रवचनसार, छंदपंचविशंति, स्वरुप संबोधन, आलाप पद्धति, पंचास्तिकाय, तत्त्वसार, जयधवलाजी, देवागमस्तोत्र, दशभक्ति संग्रह, अष्टपाहुड़, रयणसार, तिल्लोय- पण्णति, आचारसार, धवलाजी, जयधवलाजी, चौबीस ठाणा, धनंजय नाममाला, प्रमेयरत्नमाला आदि ।
रुचि : अध्ययन, मनन, चिन्तन
चातुर्मास : भिण्ड, भिण्ड, शिखरजी, गयाजी, सिलवानी, सिवनी, नागपुर, मूडविद्री, मेलचित्तामूर, उदगाँव, मुम्बई, गांधीनगर, लोहारिया, कुचामन सिटी, लालसोट, खण्डवा |