पूर्व नाम : कु. नीतू जैन
ग्राम : भिलाई (छ.ग.)
पिता, माता : श्री पद्म चन्द जी श्रीमती नीलम देवी जन्म,
शिक्षा परिवार : भाई – 1, बहन – 3 : 03.08.83 / बी.एस.सी.
वैराग्य : आचार्य श्री के दर्शन, सत्संगति
ब्रह्मचर्य व्रत : 15.11.01, गयाजी (झा. ख.)
आर्यिका दीक्षा: 21.06.02, सागर (म.प्र.)
नाम : आर्यिका वियुक्तश्री माताजी
दीक्षा गुरु : प.पू. आ. श्री विरागसागर जी
गुरुमुख से अध्ययन : बालविज्ञान भाग 1,2,3,4, रत्नकरण्डक श्रावकाचार, मूलाचार, जैन सिद्धान्त प्रवेशिका, देवागमस्तोत्र, परीक्षामुख सूत्र, न्यायदीपिका, कातंत्ररुपमाला, छंदपंचविशंति, समाधितंत्र, आलाप पद्धति, स्वरुप संबोधन, इष्टोपदेश, धनंजय नाममाला, गोम्मटसार जीवकाण्ड, सर्वार्थसिद्धि, चौबीस ठाणा, जयधवलाजी, समयसार, धवलाजी, तत्त्वसार, प्रवचनसार, दशभक्ति संग्रह, अष्टपाहुड़, तिल्लोय- पण्णति, प्रमेयरत्नमाला, पंचास्ति- काय, तत्त्वार्थसूत्र, द्रव्यसंग्रह, नियम- सार आदि।
रुचि : पठन-पाठन, लेखन काव्यसृजन
विशेष : बहन- आ. विचक्षणाश्री माताजी
चातुर्मास : श्रेयांसगिरि, सिवनी, नागपुर, मूडविद्री, मेलचित्तामूर, उदगाँव, मुम्बई, गांधीनगर, लोहारिया, अजमेर, जयपुर, इन्दौर।