पूर्व नाम : कु. वर्षा जैन
ग्राम: सागर (म.प्र.)
पिता, माता : स्व. श्री मुन्ना लाल जी, सुनीता जैन
जन्म, शिक्षा 22.02.1983 / बी.एस.सी.
परिवार : भाई – 1, बहन – 2
वैराग्य : गुरु उपदेश, दर्शन
ब्रह्मचर्य व्रत : 15.11.2001, गयाजी (झा.ख.)
आर्यिका दीक्षा: 21.06.02, सागर (म.प्र.)
नाम : आर्यिका विविक्तश्री माताजी
दीक्षा गुरु : प. पू. गणाचार्य श्री विरागसागर जी
गुरुमुख से अध्ययन : बालविज्ञान भाग 1, 2, 3, 4, द्रव्यसंग्रह, रत्नकरण्डक श्रावकाचार, तत्त्वार्थसूत्र, जैनसिद्धान्त प्रवेशिका, इष्टोपदेश, समाधितंत्र, परीक्षामुख सूत्र, न्याय दीपिका, कातंत्ररुपमाला, गोम्मटसार जीवकाण्ड, सर्वार्थसिद्धि, नियमसार, समयसार, प्रवचनसार, मूलाचार, छंदपंचविशंति, स्वरुप संबोधन, आलाप पद्धति, पंचास्तिकाय, तत्त्वसार, जयधवलाजी, देवागमस्तोत्र, दशभक्ति संग्रह, अष्टपाहुड़, रयणसार, तिल्लोयपण्णति, आचारसार, धवलाजी, चौबीस ठाणा, धनंजय नाममाला, प्रमेयरत्नमाला आदि।
रुचि: गुरु उपदेश सुनना एवं जीवन में उतारना
चातुर्मास : श्रेयांसगिरि, सिवनी, नागपुर, मूडविद्री, मेलचित्तामूर, उदगाँव, मुम्बई, गांधीनगर, भिण्डर, अजमेर, जयपुर, इन्दौर।