पूज्यश्री का नाम – गणिनी आर्यिका श्री सुप्रकाशमति माताजी
जन्मस्थान – कुण्डलगढ़
जन्मतिथि व दिनाँक – २ अक्टूबर १९६५ (अष्टमी)
जाति – बीसा नरिंसह पुरा
गोत्र – विदावत
माता का नाम श्रीमति कुनण जी
पिता का नाम श्री रामचन्द्र जी
लौकिक शिक्षा – ७ वीं कक्षा पास
आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण – डूंगरपुर (राज.) द्वारा – परम पूज्य आचार्यरत्न १०८ श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज परम पूज्य समाधिस्थ गुरुवर श्री दयासागर जी महाराज
क्षुल्लक/क्षुल्लिका दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – २२ नवम्बर, १९८१, पूना (महा.)
क्षुल्लक/क्षुल्लिका दीक्षा गुरु – परम पूज्य समाधिस्थ गुरुवर श्री १०८ दयासागर जी महाराज
आर्यिका दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – १७ जनवरी, १९८२, मुम्बई महानगर (पोदनपुर)
आर्यिका दीक्षा गुरु -. परम पूज्य समाधिस्थ गुरुवर श्री १०८ दयासागर जी महाराज
आचार्य/उपाध्याय/गणिनी आदि पदारोहण तिथि व स्थान – श्री अतिशय क्षेत्र त्रिमूर्ति अभिनन्दन साधना केन्द्र के पंचकल्याण महोत्सव में २० अप्रैल, २००७ को गणिनी पद दिया गया।
पदारोहणकर्ता – परम पूज्य आचार्यरत्न १०८ श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज
साहित्यिक कृतित्व -. १. सुज्ञान प्रकाश भाग—१, २, ३. सुज्ञान कथाकोश (संकलन), ३. छहढाला प्रश्नोत्तरी, ४. माँ ज्वालामालिनी देवी की पुस्तक (कन्नड) ५. वृहद ऋषिमण्डल विधान (संग्रह), ६. महुआ पाश्र्वनाथ, ७. सुज्ञान श्रमणचर्या (संग्रह) ८. सुज्ञान विधान संग्रह (संग्रह), ९. दीपावली पूजन (संग्रह) १०. पुजाञ्जिंल(संग्रह) ११. जीवन सूत्र, १२. भक्तामर यंत्र मंत्र (संग्रह), १३. गुरुगौरव
उपाधि – चारित्र चन्द्रिका, रत्नत्रय चन्द्रिका, धर्म प्रभाविका, प्रज्ञाश्री ज्योति पुंज,विद्या वारिधि, वात्सल्य मूर्ति, राष्ट्र गौरव-
अन्य विशेष जानकारी – अतिशय क्षेत्र नरिंसह रजपुरा (कर्नाटक) में श्री दयासागर भवन,श्री अभिनन्दन साधना केन्द्र त्रिमूर्ति शेषपुर मोड—उदयपुर (राज.)
श्री सुप्रकाशमति ध्यान केन्द्र—उदयपुर (राज.)जन जागृति हेतु अखिल भारतीय सुप्रकाश ज्योति मंच
संघ का संपर्क़ सूत्र (मोबाइल, फोन, ईमेल) – ०९९९९५६८५६४
कृपया फार्म के साथ साधु/साध्वी जी का पिच्छी-कमण्डलु सहित रंगीन एवं अच्छा फोटो अवश्य संलग्न करें।