

आदिनाथ, जय आदिनाथ, मम हृदय विराजो-२ हम यही भावना करते हैं। भावना करते हैं, ऐसा आने वाला कल हो। 
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को। 
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को।
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को। 
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को। 
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को।
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को। 
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को। 
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को। 
आवो हम सब शीश झुकायें, नगरि अयोध्या तीर्थ को। 
