नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, गिरनारजी जिला – जूनागढ़ (गुजरात) पिन – 362001 |
टेलीफोन/ E-mail |
02852621519, 2627108, 09574067415 ( तलहटी), 2654108 (जूनागढ़ धर्मशाला),09924071724 bandilalkharkhana@gmail.com |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ |
आवास : कमरे ( अटैच लेट बाथ ) – 30, कमरे ( अटैच बाथ) – 14, हाल 5 (प्रत्येक यात्री क्षमता – 30), ए.सी.वी.आई.पी. कमरे-8 |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : जूनागढ़ 7.कि.मी
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : जूनागढ़ 7 कि.मी. बबस एवं रेल्वे द्वारा |
निकटतम प्रमुख नगर | जूनागढ़ – 7 कि.मी. वेरावल सोमनाथ 100 कि.मी., पालीताणा 230 कि.मी. राजकोट- 100 कि.मी., अहमदाबाद- 300 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था |
संस्था : श्री बंडीलालजी दिगम्बर जैन कारखाना, गिरनारजी, अध्यक्ष : श्री निर्मल बंडी, मुम्बई (09892240848) मंत्री : श्री महीपाल सालगिया ( 09414109498) प्रबन्धक : श्री भागचंद सोगानी (09887000828, 09574521280) |
क्षेत्र का महत्व |
क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 05 (1 जूनागढ़ में, 3 तलहटी में एवं 1 पहाड़ पर हैं ) क्षेत्र पर पहाड़ : 105, कुल 9999 सीढ़ियाँ है एवं डोली की व्यवस्था है। ऐतिहासिकता : गिरनार पहाड़ पर भगवान नेमिनाथ के दीक्षा, केवलज्ञान एवं मोक्ष कल्याणक हुए हैं। यहीं पर श्री धरसेनाचार्य ने अपने शिष्यों मुनि पुष्पदंत एवं भूतबलि को पढ़ाया, जिन्होंने षट्खंडागम ग्रन्थ की रचना की तलहटी के दि. जैन मंदिर में आचार्यश्री निर्मलसागरजी महाराज विराजते हैं। निर्मल ध्यान केन्द्र पर भी सुन्दर आवास व्यवस्था है। (फोन: 0285-2650611) नेमिनाथ गिरनारी वन्दू यादव कुल के भानूं । विशेष जानकारी : जूनागढ़ में जगमाल चौक दि. जैन मंदिर एवं धर्मशाला, उपरकोट किला, राजुलमहल, दरबार हाल कचहरी, नरसिंह भक्त मन्दिर दर्शनीय हैं। लगभग दूरी 07 कि.मी. |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | सोनगढ़ – 200 कि.मी., पालीताणा – 230 कि.मी., सोमनाथ मंदिर – 100 कि.मी. दीव – 180 कि.मी., द्वारका भेट द्वारका- 225 कि.मी., लायन सफारी – 70 कि.मी. |