जो बोले सो कुंडी खोले
पंजाब प्रांत के एक नगर में एक दो मंजिले मकान में कई किराएदार थे। सर्दियों का समय था। कड़ाके की सर्दी पड़ रही थी। हरभजन सिंह अपनी नौकरी से छः महीने बाद घर आया था। रात के करीब डेढ़ बजे थे। घर आकर हरभजन सिंह दरवाजे पर आवाज लगाने लगा। कुछ देर बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो कुंडी खटखटाने लगा। दो परिवार नीचे रहते थे और तीन परिवार ऊपर पाँचों परिवार के लोग जाग गए थे, लेकिन कोई दरवाजा खोलने को तैयार नहीं था। कृष्णकांत नीचे रहता | था। उससे अधिक देर तक खट-खट की आवाज सुनी नहीं गई। उसने लेटे-लेटे ही आवाज दी, “कौन है ?” हरभजन ने आवाज दी, “मैं हूं हरभजन दरवाजा खोल” हरभजन का परिवार पहली मंजिल पर था। उसका लड़का और लड़के की बहू दोनों जाग रहे थे। लड़का किवाड़ खोलने के लिए जैसे ही उठा | उसकी पत्नी ने रोक लिया और कहा, “इतनी ठंड में कहाँ जा रहे हो ? कृष्णकांत ने आवाज दी है वही दरवाजा भी खोल देगा। “
पहली मंजिल पर ही दूसरा परिवार बनिए का था। खटखटाने की आवाज से उसका भी पूरा परिवार जाग गया था। उसकी पत्नी ने कहा, “दरवाजा खोल आओ कैसे जोर-जोर से कोई कुंडी बजा रहा है। मुन्ना जाग गया, तो उसे सुलाना मुश्किल हो जाएगा।” “उसके परिवार वाले खोलेंगे। मैं क्यों खोलूं ?” इतना कहकर बनिया लेट गया। इसी मंजिल पर तीसरे कमरे में चार लड़के रहते थे। वे भी जाग रहे थे। उनमें से एक बोला, “कौन रात को परेशान कर रहा है अभी ऊपर से पानी डालकर भिगोता हूं।” दूसरा बोला, “चुपचाप सो जा क्यों लड़ाई करवाना चाहता है ? वैसे भी कृष्णकांत ने आवाज लगाई थी। वही खोलेगा।” कृष्णकांत की आवाज सुनकर अब हरभजन कृष्णकांत का नाम ले-लेकर आवाजें लगाने लगा। जब देर तक वह कृष्णकांत का नाम लेकर आवाजें लगाता रहा, तो आस-पड़ोस के लोग भी जाग गए। पड़ोसियों ने भी कृष्णकांत का नाम लेकर आवाजें लगाना शुरू कर दिया। अब कृष्णकांत सोचता रहा कि जाग तो सभी रहे हैं, मैंने ही बेकार में आवाज लगा दी। उसके परिवार के लोगों में से कोई भी नहीं बोला। इस मकान में से कोई भी तो नहीं बोला। मुझे बोलने की क्या जरूरत थी ? अब बाहर लोग मेरा नाम लेकर पुकार रहे हैं। मुझे ही उठना पड़ेगा। अब मैं कभी आवाज नहीं दूंगा। यह सोचते हुए कृष्णकांत ने कुंडी खोली। हरभजन अंदर आया और ऊपर चला गया। कृष्णकांत कड़ी लगाकर बड़बड़ाते हुए बिस्तर पर लेटते हुए बोला, अच्छा जमाना आ गया ‘जो बोले सो कुण्डी खोले इस प्रसंग का तात्पर्य यह हुआ कि जो व्यक्ति किसी कार्य को करने का उपाय बताए और उस कार्य की जिम्मेदारी उसी को सौंप दी जाये तो कहा जाता है…….’जो बोले सो कुंडी खोले”
मीडिया संकलन