(१) पूज्यश्री का नाम – परम पूज्य गणिनी आर्यिका १०५ श्री जिनदेवी माताजी
(२) गृहस्थावस्था नाम-
(३) जन्मस्थान – शिरढोण (महा.)
(४) जन्मतिथि व दिनाँक – २४ मार्च, १९६०
(५) जाति – चतुर्थ जैन
(६) गोत्र –
(७) (A) माता का नाम श्रीमति हंसाबाई
(B) पिता का नाम ”श्री नेमिचंद जी
(८) लौकिक शिक्षा –
(९) आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण – सन् १९७८, परम पूज्य आचार्यरत्न १०८ श्री बाहुबली महाराज जी का उपदेश ग्रहण से वैराग्य भावना जागृति द्वारा – परम पूज्य आचार्यरत्न १०८ श्री बाहुबली महाराज जी
(१०) क्षुल्लक/क्षुल्लिका दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – २८ नवम्बर, १९८४ कुंरूंढवाड (महा.) क्षुल्लक/क्षुल्लिका दीक्षा गुरु – परम पूज्य आचार्यरत्न श्री १०८ बाहुबली महाराज जी
(११) ऐलक दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान –
ऐलक दीक्षा गुरु -.
(१२) मुनि दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान –
मुनि दीक्षा गुरु –
(१३)आर्यिका दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – श्रावण सुदी, १९८६, ललितपुर (उ. प्र.)
आर्यिका दीक्षा गुरु -. परम पूज्य आचार्यरत्न श्री १०८ बाहुबली महाराज जी
(१४) आचार्य/उपाध्याय/गणिनी आदि पदारोहण तिथि व स्थान – आचार्य रत्न श्री बाहुबली महाराज श्री के मुखारिंवद से २८ जनवरी, २०१० सिद्धक्षेत्र गिरनार जी में हुई।बसंत पंचमी २०१२ सेठी कॉलोनी जयपुर पंचकल्याण पूजा में घोषणा हुई।
पदारोहणकर्ता -………………………………………………………………
(१५) साहित्यिक कृतित्व -.
(१६) उपाधि –
(१७) शिष्यों की संख्या –
आचार्य की संख्या-
उपाध्याय की संख्या-
मुनि की संख्या-
गणिनी की संख्या-
आर्यिका की संख्या-
ऐलक की संख्या-
क्षुल्लक की संख्या-.
क्षुल्लिका की संख्या-१
ब्रह्मचारी भाई की संख्या-
ब्रह्मचारिणी बहनें की संख्या- १
अन्य संख्या-
(१८)अन्य विशेष जानकारी -.………………………………………………………………
(१९)संघ का संपर्क़ सूत्र (मोबाइल, फोन, ईमेल) – ०९३१३२६२३६७
(२०) कृपया फार्म के साथ साधु/साध्वी जी का पिच्छी-कमण्डलु सहित रंगीन एवं अच्छा फोटो अवश्य संलग्न करें।