Iconsider the woman very great, worth worshipping and respect her because my heart has accepted that the whole of universe is smaller than the lap of a woman. (mother)
मैं नारी को पूजनीय मानकर ही सम्मान देता हूँ। क्योंकि मेरे मन ने यह मान लिया है कि सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड भी नारी की नाभि से सूक्ष्म है। (माँ)