(१) पूज्यश्री का नाम –गणिनी आर्यिका कीर्तिमती माताजी
(२) जन्मस्थान – ललितपुर
(३) जन्मतिथि व दिनाँक – श्रावण सुदी पंचमी
(४) जाति – जैन
(५) गोत्र – परवार
(६) (A) माता का नाम श्रीमति भगवती देवी
(B) पिता का नाम श्री चम्पालाल जी
(७) लौकिक शिक्षा – १२ वीं कक्षा पास
(८) आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण – ब्रह्मचर्य व्रत १९७९ देवगढ़ अतिशय क्षेत्र द्वारा – आचार्य श्री समतिसागर जी महाराज
(९) आर्यिका दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – ४ दिसम्बर १९८६, आर्यिका दीक्षा भिण्ड (म. प्र.)
आर्यिका दीक्षा गुरु -. आचार्य श्री सुमतिसागर जी महाराज
(१०)गणिनी आदि पदारोहण तिथि व स्थान गणिनी पद अतिशय क्षेत्र महावीर जी, ३० जून, २००० में. पदारोहणकर्ता – आचार्य कल्याण सागर जी महाराज
(११)साहित्यिक कृतित्व -. देवशास्त्र गुरुभक्ति महात्म्य, भक्ति प्रवाह ऊँकार में णमोकार, समयसार सरस भाव पद्यावली, सज्ज्ञानामृत शतक, इष्टोपदे पद्यानुवाद, ध्यान किसका और कैसे धर्मामृत वर्षा गुरु भक्ति गीताञ्जली, णमोकार विधा, इविव्रत विधान, जैन राम कथा नाटक, वात्सल्य रक्षा विधान, तीन लोक विधान, कल्याण मंदिर विधान, भक्तामर विधान सम्यग्ज्ञान प्रभाविका।
(१२)शिष्यों की संख्या –
आचार्य की संख्या-
उपाध्याय की संख्या-
मुनि की संख्या-
गणिनी की संख्या– १
आर्यिका की संख्या-
ऐलक की संख्या-
क्षुल्लक की संख्या-.
क्षुल्लिका की संख्या- १
ब्रह्मचारी भाई की संख्या-
ब्रह्मचारिणी बहनें की संख्या- २
अन्य संख्या-
(१३)संघ का संपर्क सूत्र (मोबाइल, फोन, ईमेल) – ०८९५८३२०७५७