पूर्वनाम : कु. रिंकी जैन,
ग्राम : सिवनी (म.प्र.)
पिता, माता : स्व. श्री जय कुमार जी, साधना जैन
जन्म, शिक्षा : 22.01.1986 / बी.ए. (प्रथमवर्ष)
परिवार : भाई – 1, बहन – 2
वैराग्य : गुरु का वात्सल्य, स्वाध्याय
ब्रह्मचर्य व्रत : 17.09.03, भिलाई (छ.ग.)
क्षुल्लिका दीक्षा : 04.07.10, उदयपुर (राज.)
नाम : क्षुल्लिका विदित श्री माताजी
आर्यिका दीक्षा : 3 मई, 2012, जयपुर (राज.)
नाम : आर्यिका विदितश्री माताजी
दीक्षा गुरु : प. पू. गणाचार्य श्री विरागसागर जी
गुरुमुख से अध्ययन : बालविज्ञान भाग 1,2,3,4, रत्नकरण्डक श्रावकाचार, मूलाचार, जैन सिद्धान्त प्रवेशिका, देवागमस्तोत्र, परीक्षामुख सूत्र, न्यायदीपिका, कातंत्र – रुपमाला, छंदपंचविशंति, समाधि तंत्र, आलाप पद्धति, स्वरुप संबोधन, इष्टोपदेश, धनंजय नाममाला, गोम्मट सार जीवकाण्ड, सर्वार्थसिद्धि, चौबीस ठाणा, समयसार, धवलाजी, तत्त्वसार, प्रवचनसार, प्रमेयरत्न माला, पंचास्तिकाय, तत्त्वार्थ सूत्र, द्रव्यसंग्रह, नियमसार, रयणसार सर्वोदया टीका आदि।
रूचि : जाप्य, स्वाध्याय, पाठ, मनन
विशेष : मामाजी मुनिश्री विहितसागर जी – चातुर्मास : भिण्डर, ब्यावर, जयपुर, इन्दौर।