गेवराई (महा.) में श्री श्रीपाल जैन गंगवाल परिवार के द्वारा मेन हाइवे पर जिनमंदिर के साथ विकसित किये गये श्री महावीर नगर में नवनिर्मित पुस्तकालय भवन का भव्य शुभारंभ समारोह दिनाँक ४ मई २०११ को सानंद सम्पन्न हुआ । पुस्तकालय का उद्घाटन दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर के अध्यक्ष कर्मयोगी ब्र.रवीन्द्र कुमार जैन ( वर्तमान पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामी जी ) के द्वारा फीता खोलकर किया गया। विशेषरूप से इस अवसर पर दक्षिण भारत जैन सभा के चेयरमैन प्रा. डी.ए. पाटिल, कचनेर अतिशय क्षेत्र के अध्यक्ष श्री प्रमोद कासलीवाल-औरंगाबाद, श्री कस्तूरचंद बड़जाते-औरंगाबाद, श्री अभय कासलीवाल-औरंगाबाद आदि अनेक गणमान्य उपस्थित थे। उद्घाटन के उपरांत पुस्तकालय हॉल में ही विशेष सभा का आयोजन किया गया, जिसमें आंगतुक समस्त अतिथियों का श्री श्रीपाल जैन गंगवाल परिवार की ओर से भावभीना स्वागत किया गया। पुन: कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के करकमलों से दीप प्रज्ज्वलन द्वारा हुआ। इस अवसर पर श्री श्रीपाल जैन ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस महावीर नगर का विकास ऐसे लोगों के लिए किया गया है, जो त्यागमयी जीवन के साथ धर्म आराधना के लिए तत्पर हैं। साथ ही उन्हीं के निमित्त से पुस्तकालय का भी यहाँ पर निर्माण किया गया है, जिसमें सभी त्यागीवृतियों को आवश्यकतानुरूप स्वाध्याय हेतु साहित्य प्राप्त हो सके और वे अपने ज्ञान की वृद्धि कर सके। उन्होंने बताया कि इस पुस्तकालय में लगभग १०००० की संख्या में पुस्तकें संग्रहीत की गई हैं, जो रिसर्च-स्कॉलर्स आदि के लाभ हेतु भी दी जा सकेंगी । इस अवसर पर उन्होंने अपने गृहस्थ पूज्य पिता (मुनि) का भी स्मरण करते हुए भी उनके प्रति अनंत उपकार प्रकट किया, जिनके संस्कारों के कारण आज गंगवाल परिवार धर्म और समाज की सेवा में तत्पर रहता है। सभा में सभी अतिथियों ने भी अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया तथा पुस्तकालय की उपयोगिता एवं गंगवाल परिवार द्वारा समाज में किये जा रहे कार्यों की सराहना की।