Jambudweep - 7599289809
encyclopediaofjainism@gmail.com
About Us
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
Search
विशेष आलेख
पूजायें
जैन तीर्थ
अयोध्या
पद्मावती माता की आरती!
June 24, 2020
आरती
jambudweep
पद्मावती माता की आरती
तर्ज—मैं तो आरती उतारूँ रे…………..
मैं तो आरती उतारूँ रे, पद्मावती माता की जय जय माँ पद्मावती, जय जय माँ।।टेक.।।
सदा होती है जयजयकार, माँ के मंदिर में-२ लागी भक्तन की भीड़ अपार, माँ के मंदिर में-२ पुष्प लाओ,
धूप जलाओ, स्वर्णमयी दीप लाओ, आरती उतारो रे, हो सब मिल आरति उतारो रे।।मैं…।।१।।
पाश्र्व प्रभुवर की शासन देवी, सब संकट हरणी-२ देव धरणेन्द्र की यक्षिणी, तुम मंगल करणी-२
भक्त जब पुकारते, संकट को टारते, महिमा को गाएं तेरी, हो सब मिल महिमा को गावें तेरी।।मैं…।।२।।
पाश्र्व प्रभुवर के मुख से जब मंत्र नवकार सुना-२ बनें पद्मावती धरणेन्द्र, उपसर्ग दूर किया-२
स्थल वह अहिच्छत्र, तब से है जग प्रसिद्ध, पावन परम पूज्य है, हो देखो वो पावन परम पूज्य है।।मैं…।।३।।
रोग, शोक, दरिद्र, नाशें, प्रेतादि की बाधा-२ धन-संपत्ति सुत देकर, पूरी करें वाञ्छा-२
सुन ले आज फिर पुकार, भक्त खड़े तेरे द्वार, अतुल शक्ति की धारिणी, हो तुम हो अतुल शक्ति की धारिणी।।मैं…।।४।।
माँ सहस्रनाम से तेरी, करते जो आराधना-२ गोदी भरते जो माँ तेरी, पूरी हों सब कामना-२
ममतामयी मेरी मात, ‘इन्दु’ करे एक आश, जीवन प्रकाशमान हो, हो मेरा भी जीवन प्रकाशमान हो।।मैं…।।५।।
Tags:
Aarti
Previous post
पद्मावती माता की आरती.!
Next post
महालक्ष्मी की आरती!
Related Articles
अजितनाथ भगवान की शासनदेवी रोहिणी यक्षी की आरती
May 20, 2023
Indu Jain
श्रावस्ती तीर्थ की आरती!
June 11, 2020
jambudweep
तीन चौबीसी विधान की आरती!
February 18, 2017
jambudweep