इस अभिषेकपाठ संग्रह में पण्डित श्री पन्नालाल जैन सोनी – झालरापाटन ( राज० ) द्वारा संग्रहीत सोलह प्रकार के अभिषेकपाठ दिये गये हैं । वीर निर्वाण संवत् – २४६२ ,विक्रम संवत् – १९९२ एवं ईसवी सन् – १९३६ में इस पुस्तक का प्रकाशन पं. इन्द्रलाल जैन शास्त्री ने बनजी ठोलिया दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला – जयपुर ( राज० ) के माध्यम से महावीर प्रेस, किनारी बाजार- आगरा द्वारा कराया था । इसमें श्री पूज्यपाद आचार्य रचित संस्कृत के अभिषेकपाठ का हिन्दी पद्यानुवाद पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने किया है,जो वर्तमान में काफी प्रचलित है । इन सभी को पढ़कर आप अपने पूर्वाचार्यों पर श्रद्धा करते हुए सम्यक्दृष्टि बने यही मंगल कामना है ।