चक्रेश्वरी माता की आरती करते हैं तुम्हारी आरति , स्वीकार करो माँ | हम आये शरण तिहारी, बेड़ा पार करो माँ || जय माँ चक्रेश्वरी -२ || टेक ० || तुमरे दरश को आए माता, पीर हर लेना | हे आदिनाथ की शासन देवी, देर मत करना || हे गोमुख यक्ष की देवी , चमत्कार…
तीर्थंकर भगवान के समवसरण में सरस्वती एवं केवलज्ञान लक्ष्मी आगे-आगे चलती हैं उन्हीं माता लक्ष्मी देवी की मंगल आरती यहाँ प्रस्तुत है |
भगवान अजितनाथ के शासनदेव रोहिणी यक्षी की आरती तर्ज – ऊं जय महावीर ……………….. ऊं जय रोहिणी माता , मैया जय रोहिणी माता | महायक्ष की प्रियकारिणी हो ,जग तव गुण गाता || टेक ० || रूप आपका सुभग मनोहर , महिमा है न्यारी || माता …………..|| सम्यग्दर्शन सेवी -२ , भक्ति है सुखकारी ||ऊँ…
भगवान अजितनाथ के शासनदेव महायक्ष की आरती तर्ज – झुमका गिरा रे ……………….. आरति करो रे , श्री अजितप्रभू के शासनदेव की आरति करो रे ||टेक ० || महायक्ष है नाम आपका , भक्तों की रक्षा करते | देव शास्त्र गुरु आयतनों की , भक्ती में तत्पर रहते || आरति करो रे -३ सम्यक्दृष्टी उन…
भगवान सुमतिनाथ के शासनयक्ष पुरुषदत्ता माता की आरती तर्ज – मिलो न तुम तो ..सुमन ……………………… मात पुरुषदत्ता को ध्याएं , जगमग दीप जलाएं , हृदय में ज्योति जगाएं || टेक ० || सुमतिनाथ के शासन की , यक्षिणी कहातीं माता प्यारी हैं | |हो……….|| जिसने है ध्याया उसके , जीवन में फैली उजियारी है…