भगवान शांतिनाथ जन्म- तप एवं मोक्ष कल्याणक
भगवान शांतिनाथ जन्म- तप एवं मोक्ष कल्याणक
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राजस्थानी विवाह राजस्थानी विवाह बहुत ही धूमधाम के साथ रीति रिवाजों एवं परम्पराओ का पालन करते हुए सम्पन्न होते हैं, यहां सजातीय विवाह का दृढ़ता से निर्वाह किया जाता है। सगाई’ — पत्रिका मिलान के बाद वर के घर पर सगाई की जाती है, जिसमें महिलाएँ सम्मिलित नहीं होतीं, वधू का भाई, वर को तिलक…
ईसाई विवाह ईसाई विवाह सादगी पूर्ण तरीके से चर्च में किया जाता है, जिसमें पादरी की उपस्थिति में दोनों कुछ महत्वपूर्ण वचन लेते हैं। दुल्हन सफेद पोशाक पहनकर हाथों में फूलों का गुलदस्ता लिए रहती है और दूल्हा पारंपरिक सूट पहनता है। मॉसिमेज — मंगनी की यह रस्म दुल्हन के घर पर होती है, जिसमें…
सिख विवाह सिख विवाह परंपरागत रूप से जोश के साथ, संगीत और नाच गाने के मध्य उत्सवपूर्वक सम्पन्न होते हैं। सिख विवाह को आनंद कारज कहा जाता है, जिसका अर्थ है आनंद व उल्लास का कार्य, सिख गुरुओं की सीख के अनुसार पारिवारिक जीवन बहुत महत्त्वपूर्ण होता है, इसलिए विवाह को एक शुभ कार्य का…
वैदिक परंपरा और विवाह अनुष्ठान वैदिक संस्कृति में जीवन की पूर्णता का मूल आधार विवाह को माना गया है। इसके बिना पूर्ण पुरुष (ब्रह्म) से मिल पाने की प्रतीति को लगभग असंभव माना गया है। वैदिक मान्यताओं के अन्तर्गत विवाह एक शारीरिक ही नहीं, आध्यात्मिक व्यवस्था भी है और शारीरिक सम्बन्ध, आध्यात्मिक सम्बन्ध के बिना…
विवाह संस्था-वैश्विक चिंतन एवं विकास विवाह संस्था ने वैश्विक स्तर पर आत्मिक ऐक्य के अवबोध से जन—जन को परिचित तो कराया ही है, वैश्विक समाज को एक नई व्यवस्था प्रणाली से परिचित भी कराया है, व्यक्ति के व्यवहार की दिशा को नया आधार दिया है, मानवीय अभिप्रेरणाओं के पवित्रीकरण के निमित्त नई दिशा दी है…
बंगाली विवाह आदान प्रदान — यह विवाह के पहले होने वाली रस्म है, जिसमें पुरोहित की उपस्थिति में विवाह की स्वीकृति होने के पश्चात् , वर—वधू, माता—पिता तथा समस्त निकटतम संबंधी साथ बैठकर, विवाह की तिथियाँ तय करते हैं। विरिधि — विवाह के एक दिन पूर्व, पुरोहित द्वारा वर तथा वधू के घर पर सम्पन्न…
विवाह-एक गृहस्थ धर्म की साधना है स्वस्थ समाज की नीति—संपोषित रचना को समर्पित, विवाह संस्था; जो मात्र एक सामाजिक क्रांति नहीं, सृजन का उपक्रम नहीं, प्रत्युत है ; भोग से योग की ओर—साधना का प्रस्थान बिन्दु भी; समर्पित हैं इस गार्हस्थ साधना के कतिपय बिंब ऊँकारं विन्दु संयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिन:। कामदं मोक्षदं चैव ऊँकाराय…
[[श्रेणी:बातें_कुछ_काम_की]] ==विश्व के प्रमुख जलप्रपात== {” class=”wikitable” “- ! जलप्रपात !! देश !! ऊ.(मी.) !! जलप्रपात !! देश !! उ.(मी.) “- ” एंजिल “” वेनेजुएला “” ९७९ “” रिब्बोन “” कैलिफोर्निया “” ४९१ “- ” योसेमाइट “” कैलिफोर्निया “” ७३९ “” ग्रेटकामारना “” गुयाना “” ४८८ “- ” द. मर्डाफ्लासेन “” नार्वे “” ६५५ “”…