कल्याणमंदिर पूजा
कल्याणमंदिर पूजा स्थापना शंभु छंद हे प्रभुवर पारस नाथ! तुम्हीं, कल्याण के मंदिर कहलाते। सब कार्यों की सिद्धी हेतु, सब भव्य तुम्हारे गुण गाते।। श्री कुमुदचन्द्र आचार्य रचित, स्तोत्र पाठ का अर्चन है। सबसे पहले निज हृदय महल में, आह्वानन स्थापन है।।१।। दोहा निज आतम का ध्यान कर, किया स्व पर…