ग्रंथराज महाबंध की महाधवला टीका
ग्रंथराज महाबंध की महाधवला टीका महाबंध के अवतरण का इतिहास ‘महाबंध’ पर प्रकाश— जिनेन्द्रदेव की निर्दोष वाणी रूप होने के कारण सम्पूर्ण आगम ग्रंथ समान आदर तथा श्रद्धा के पात्र हैं, फिर भी जैन संसार में धवल, जयधवल, ‘महाधवल’ नामक शास्त्रों के प्रति उत्कट अनुराग एवं तीव्र भक्ति का भाव विद्यमान है। इस विशेष आदर…