05. जम्बूद्वीप ऐरावत क्षेत्र वर्तमानकालीन तीर्थंकर स्तोत्र
(चौबीसी नं. ५) जम्बूद्वीप ऐरावत क्षेत्र वर्तमानकालीन तीर्थंकर स्तोत्र अडिल्ल छंद ऐरावत के वर्तमान जिनराज हैं। भव वारिधि से तारण तरण जिहाज हैं।। भक्ति भाव से करूँ उन्हों की वंदना। नितप्रति शीश नमाय करूँ यमतर्जना।।१।। दोहा कर्म मलीमस आत्मा, प्रभु तुम भक्ति प्रसाद। शुद्ध बुद्ध होवे तुरत, अत: नमूँ तुम पाद।।२।। पद्धड़ी छंद जिन ‘बालचन्द्र’…