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पंच अणुव्रत- हिंसा, झूठ, चोरी,कुशील और परिग्रह इन पाँच पापों को एक देश त्याग करना पंच अणुव्रत कहलाता है । इनका पालन करने वाले श्रावक अणुव्रती होते हैं और वे नियम से स्वर्ग को प्राप्त करते हैं ।
त्रयोदशी- भारतीय मास ( चैत्र- वैशाख आदि ) में आने वाली तिथियों में प्रति माह दो बार ( कृष्ण पक्ष एवं शुक्ल पक्ष में ) यह त्रयोदशी तिथि आती है ।