चार शिक्षाव्रत
चार शिक्षाव्रत देशावकाशिक, सामायिक, प्रोषधोपवास और अतिथि संविभाग-व्रत। देशावकाशिक- दिग्व्रत में प्रमाण किये हुए विशाल प्रदेश में ग्राम, गली, मुहल्ला आदि की सीमा करके प्रतिदिन या माह, आदि से आने-जाने का त्याग करना। सामायिक- वन, गृह अथवा चैत्यालय आदि में चित्त की व्याकुलता रहित एकान्त स्थान में निर्मल बुद्धि श्रावक को सामायिक करना चाहिए। प्रोषधोपवास…