राम—रावण का युद्ध
राम—रावण का युद्ध (१०५) इस तरह सभी चलते—चलते, थे हंसदीप में पहुँच गये। थी उन्हें प्रतीक्षा भामंडल की, अत: वहीं पर ठहर गये।। शत्रू की सेना निकट देख, रावण भी उठकर खड़े हुए। बुलवाया सब राजाओं को, रण चलने के आदेश दिये।। (१०६) चलने को उद्यत रावण को, आ गये विभीषण समझाने। पर जिद में…