लव—कुश पुत्रों का जन्म
लव—कुश पुत्रों का जन्म (२०८) सीता को तब समझा करके, वे पुण्डरीकपुर ले आये । प्रिय सुनो पूर्णिमा सावन की, सीता ने युगल पुत्र जाये।। दोनों पुत्रों को देख—देख, सीता ने दुख बिसराया था। फिर शस्त्र—शास्त्र की शिक्षा में, उनको निष्णात कराया था।। (२०९) इस तरह लवण और अंकुश का, था बाल्यकाल कब बीत गया।…